Makka ki sabse acchi kism 2023 | मक्का की नयी किस्म करेगी कमाल, किसान होंगे मालामाल

Makka ki sabse acchi kism, मक्का की नई किस्म 2022, मक्का की दो उन्नत किस्मों के नाम, मक्का की उन्नत किस्में

गेहूं और धान के बाद सबसे अधिक उगाई जाने वाली फसलों में मक्का सबसे प्रमुख फसल है. जब से मक्का पर आधारित उत्पाद बनाने वाली मल्टीनेशनल कंपनियों ने बाजार में धूम मचाई है, तब से मक्का की मांग बहुत अधिक बढ़ गई है. यही कारण है कि अधिक से अधिक किसान मक्का की खेती के प्रति आकर्षित हो रहे है. वहीं कृषि वैज्ञानिक भी मक्का की एक से बढ़कर एक बेहतरीन किस्म इजाद करने के प्रयास में लगे रहते हैं. ताकि किसानों को कम रकबे में अच्छी फसल मिले और उनकी आमदनी बढ़ सके.

Makka ki sabse acchi kism

Makka ki sabse acchi kism | मक्का की नई किस्म 2023

मक्का रबी सीजन की प्रमुख नकदी फसल मानी जाती है. स्वीट कॉर्न और बेबी कॉर्न का उत्पादन उन्नत किस्म से लिया जाता है. मक्का और मक्के से बने उत्पादन की देश विदेश में काफी अधिक मांग रहती है. मक्के की खेती अक्टूबर से नवंबर तक की जाती है. वहीँ ग्रीष्म कालीन मक्का अपने पारंपरिक समय पर की जाती है. इस समय की जाने वाली मक्के की खेती के लिए किसान मक्के की उन्नत किस्म की तलाश कर रहे हैं. यदि आप भी मक्के की किसी खास किस्म की तलाश में हैं, आज हम आपको बताने जा रहे हैं मक्के की एक शानदार नयी किस्म के  बारे में.

मिलेगी अधिक उपज और कटाई तक रहेगी हरी-भरी

मक्का की इस खास किस्म की सबसे अच्छी विशेषता यह है कि इनमें एक और तो उपज भी दूसरी किस्म कि अपेक्षा काफी अधिक मिलेगी, दूसरी ओर कटाई के समय तक यह हरी-भरी भी बनी रहेगी, ऐसे में इसका इस्तेमाल पशुओं के लिए हरे चारे के रूप में भी किया जा सकता है.

कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय बेंगलुरु में विकसित की मक्का की नई किस्में

मक्का की इन नयी किस्मों को कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय बेंगलुरु के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है. कृषि वैज्ञानिक H C लोहिताश्व के अनुसार मौजूदा मूल वंश क्रम से नई किस्में MAH14-138 और MAH 15-84 विकसित की गई है. 

कृषि वैज्ञानिक और मक्के की इन किस्मों के ब्रीडर लोहिताश्व का कहना है कि आमतौर पर मक्के की फसल की अवशेषों को सूखे चारे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इस खास किस्म में फसल कटने के बाद भी फसल   हरी-भरी रहेगी. जिससे किसान मक्के के अवशेष को हरे चारे के रूप में अपने पशुओं के लिए प्रयोग कर सकते हैं.  वही अपनी विशेषताओं के चलते पशुओं के लिए इस चारे को पचाना भी आसान होगा और उनकी दूध उत्पादन की क्षमता में भी वृद्धि होगी.

मक्के की नई किस्म में कितनी उपज होती है?

MAH 14-138 

मक्के की इस नई किस्म में उपज लगभग 35 से 38 क्विंटल प्रति एकड़ होती है. इस फसल की अवधि 120 से 135 दिनों की होती है. इस नई किस्म के पौधे कटाई के बाद भी हरे रहते हैं, जिससे मवेशियों को इस चारे को पचाने में आसानी होती है.

MAH 15-84 

मक्के की यह खास किस्म अभी तैयार की जा रही है जिसे अगले साल किसानों के लिए उपलब्ध कराये जाने की संभावना है. यह फसल मक्के में होने वाले कई रोगों के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता रखने वाली है. यानी मक्के में होने वाले कई रोग ऐसे हैं जो इस किस्म पर प्रभावी नहीं होंगे. यह सिंचित और शुष्क भूमि दोनों के लिए उपयुक्त किस्म है. इसकी प्रति एकड़ उपज 40 से 42 क्विंटल तक होने की संभावना है.

क्यों बढ़ रहा है मक्का का रकबा

दरअसल मक्के से कई प्रकार के उत्पादों का निर्माण किया जाता है. ऐसे में किसानों को मक्का बेचना अब काफी  आसान लगने लगा है. वहीं बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से किसानों को अपनी फसल का उचित मूल्य भी मिल जाता है. पिछले दो दशकों में मक्का की खेती का क्षेत्रफल 6 मिलियन हेक्टेयर से बढ़कर 10 मिलियन हेक्टेयर से भी अधिक हो गया है, जबकि उत्पादन 20 मिलियन टन से बढ़कर 32 मिलियन प्रति टन से भी अधिक हो गया है. किसानों के रुझान को देखते हुए उत्पादन में और भी अधिक वृधि होने की पूरी संभावना है.

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हाइब्रिड मक्का का बीज कौन सा अच्छा है?

हाइब्रिड मक्का का राइज़ 303, पूसा सुपर स्वीट कॉर्न आदि अच्छा माना जाता है.

मक्का की कितनी प्रजातियां हैं?

मक्का की वर्तमान में लगभग 5 दर्जन से भी अधिक प्रजातियाँ मौजूद हैं. अपने आकार, उत्पादन व अन्य विशेषताओं को देखते हुए मक्का की प्रजातियों का अलग-अलग स्थानों पर उत्पादन किया जाता है. हालाँकि सफेद और पीले रंग की मक्का को अधिकतर लोग पसंद करते हैं.

सबसे ज्यादा पैदावार देने वाली मक्का कौन सी है?

पूसा HM 8 इम्प्रूव्ड (शंकर) को मक्का को सबसे अधिक पैदावार देने वाली किस्म माना जाता है. मक्का की यह किस्म प्रोटीन से भरपूर होती है. इसका औसत उत्पादन 70 कुंतल प्रति हेक्टेयर से लेकर 100 कुंतल प्रति हेक्टेयर तक दर्ज किया गया है.

एक एकड़ में मक्का कितना होता है?

भारत में प्रति एकड़ मक्के का उत्पादन अधिकतर क्षेत्रों में 45 से 50 क्विंटल तक देखा गया है.

मक्का एक वर्ष में कितनी बार लगाया जाता है?

एक समय था जब मक्के को एक फसल वर्ष में एक बार ही लगाया जाता था, लेकिन अब मक्के कि कई नयी प्रकार किस्मों के लांच होने के बाद अब 2 से 3 फसलें भी ली जा सकती है.

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