Nabard ka sambandh kiske vikas se hai | Kya nabard training bhi deta hai
जैसा कि नाम से ही पता चलता है राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) ग्रामीण समृद्धि के लक्ष्य को लेकर कार्य करता है. इस संगठन को संक्षेप में नाबार्ड के नाम से जाना जाता है. नाबार्ड की ओर से ग्रामीण समृद्धि के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जाता है. (Nabard ka sambandh kiske vikas se hai)
ग्रामीण विकास से जुड़े ऋण संबंधी मुद्दों पर विशेष रूप से ध्यान देने, उनको सही दिशा में ले जाने और उचित संचालन के लिए यह महसूस किया गया के ग्रामीण बैंकिंग के लिए एक नई संस्थागत संरचना की आवश्यकता है जो कि रिजर्व बैंक की तरह विशेष रूप से ग्रामीण विकास और ग्रामीण व्यक्ति के लिए कार्य करें. इसी उद्देश्य से संसद ने 181 के अधिनियम 61 के माध्यम से राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक यानी नाबार्ड के गठन का अनुमोदन किया था.
नाबार्ड 12 जुलाई 1982 को अस्तित्व में आया. वर्तमान में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) भारत सरकार की पूर्ण स्वामित्व में कार्य करने वाली एक संस्था है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण समृद्धि के लिए कार्य करना है.
नाबार्ड द्वारा चलाई जाने वाली योजनाएं | Nabard ka sambandh kiske vikas se hai
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक की ओर से कृषि एवं गैर कृषि क्षेत्रों में कई योजनाओं का संचालन किया जाता है. इन योजनाओं का उद्देश्य गांव को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों को पैदा करना है.
भारत सरकार की कई योजनाओं का संचालन भी नाबार्ड के द्वारा किया जाता है. नाबार्ड की कई योजनाएं ऐसी हैं जो कि भारत ही नहीं पूरी दुनिया में ग्रामीण विकास के मॉडल के रूप में जानी जाती हैं जिनमें स्वयं सहायता समूह, संयुक्त देयता समूह, किसान क्लब जैसी योजनाएं प्रमुख हैं.
नाबार्ड की मुख्य योजनाएं क्या है | Nabard ka sambandh kiske vikas se hai
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड की मुख्य योजनाओं में ग्रामीण भारत को एक नई दिशा देने और ग्राम व ग्रामीण क्षेत्रों को समृद्ध की ओर ले जाने की विशेष क्षमता है, आइए जानते हैं नाबार्ड की प्रमुख योजनाओं के बारे में.
डेयरी उद्यमिता विकास योजना 2023
नाबार्ड की इस योजना के अंतर्गत डेयरी क्षेत्र के विकास के लिए आसान शर्तों पर ऋण प्रदान करने तथा डेयरी खोलने के लिए सब्सिडी का भी प्रावधान किया गया है. इस योजना के अंतर्गत विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कोई भी डेयरी व्यवसाय में प्रवेश कर सकता है. इसके लिए नाबार्ड की ओर से पूरा सहयोग किया जाता है.
एग्री क्लीनिक एग्री बिजनेस योजना 2023
एग्री क्लीनिक और एग्री बिजनेस केंद्र योजना कृषि शिक्षा प्राप्त युवाओं के माध्यम से संचालित किया जाने वाला एक ऐसा केंद्र है जहां किसानों को मृदा परीक्षण, कृषि सलाह, फसलों, पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने संबंधी सलाह, किसानों की आमदनी बढ़ाने संबंधी चर्चा, फसल लेने की वैज्ञानिक तरीके, पौधों की सुरक्षा, फसल बीमा, फसल कटाई की तकनीक, पशुओं के लिए क्लीनिकल सेवाएं, चारा प्रबंधन, बाजार कनेक्टिविटी जैसी कई सेवाएं प्रदान की जाती हैं. इस केंद्र के माध्यम से जहां किसानों को यह सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे प्राप्त होती हैं वहीं युवाओं को रोजगार मिलता है.
राष्ट्रीय पशुधन मिशन 2023
राष्ट्रीय पशुधन मिशन नाबार्ड के मिशन उद्यमिता विकास व रोजगार विकास के तहत कई योजनाओं के लिए एक चैनेलाइजिंग एजेंसी के रूप में कार्य कर रहा है. इसके अंतर्गत पोल्ट्री वेंचर कैपिटल फंड, नर भैसों को बचाना और उनका पालन पोषण करना, फीड और चारे के लिए भंडारण सुविधा, छोटे पशुओं और खरगोश पालन, सूअर पालन, बकरी पालन जैसे व्यवसाय को वित्त पोषित किया जाता है. Nabard ka sambandh kiske vikas se hai
इस योजना के अंतर्गत किसान, एनजीओ, कंपनियां, सहकारी संस्थाएं एवं कृषक उत्पादक संगठन अपने प्रस्ताव प्रदान कर सकते हैं.
कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ)
कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) नाबार्ड की एक महत्वाकांक्षी योजना है. इस योजना को केंद्र सरकार की ओर से भी विशेष समर्थन प्राप्त है. इस योजना के अंतर्गत किसान अपना खुद का संगठन यानी एक कंपनी बनाकर अपनी फसलों को सीधे बाजार तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं. कृषक उत्पादक संगठन की लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस योजना की तारीफ करते नहीं थकते. Nabard ka sambandh kiske vikas se hai
पूरे देश में इस समय कई कृषक उत्पादक संगठन ऐसे हैं जो अपने कार्यों से देश ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं.
क्या नाबार्ड ट्रेनिंग भी देता है | Kya nabard training bhi deta hai
जी हां, नाबार्ड की कई योजनाएं ऐसी हैं जिनमें किसानों, ग्रामीण महिलाओं, ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है. इनमें सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम, कौशल विकास कार्यक्रम आदि प्रमुख हैं. इन योजनाओं के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं, महिलाओं, किसानों को विभिन्न ट्रेडों का प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वह अपने हुनर के माध्यम से गांव में ही रोजगार प्राप्त कर सकें.