सास बहू की कहानी | सास बहू ने मिलकर खेती में गढ़ा सफलता का नया कीर्तिमान | Saas bahu ki kahani 2023

सास बहू की कहानी | सास बहू ने मिलकर खेती में गढ़ा सफलता का नया कीर्तिमान | Saas bahu ki kahani 2023

सास बहू का नाम आते ही आमतौर पर लोगों के मन में दो ऐसी महिलाओं की छवि उभरती है, जिनकी आपस में बिल्कुल नहीं बनती. टीवी पर आने वाले सीरियल में भी सास बहू का रिश्ता कुछ ऐसा ही दिखाया जाता है, जहां दोनों एक दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश में जुटी रहती हैं. लेकिन समाज में सास बहू की ऐसी जोड़ियां भी है जो न केवल आपस में मिलजुल कर रहती हैं वरन एक साथ मिलकर सफलता के नए कीर्तिमान रच रही है. 

Saas bahu ki kahani 2022
saas bahu ki kahani 2023

सास बहू की जोड़ी ने किया कमाल

आज हम आपको सास बहू की ऐसी जोड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने मिलकर खेती जैसे आमतौर से पुरुष प्रधान माने जाने वाले काम में न केवल खुद सफलता के झंडे गाड़े हैं वरन दूसरों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बनी हुई है.

हम बात कर रहे हैं हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गांव की निवासी अनीता जाखड़ और उनकी 60 वर्षीय सास चमेली देवी के बारे में. 

अनीता जाखड़ और चमेली देवी की जोड़ी इस समय हरियाणा ही नहीं पूरे देश में चर्चा में है क्योंकि इन दोनों सास बहू की जोड़ी ने खेती के क्षेत्र में ऐसी सफलता प्राप्त की है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. सास बहू की जोड़ी के साक्षात्कार कई प्रमुख समाचार पत्रों और समाचार वेबसाइट में सुर्खियां बने हुए हैं. 

दसवीं पास अनीता ने सास के साथ मिलकर संभाल रखी है खेती की कमान 

दसवीं तक की शिक्षा प्राप्त अनीता जाखड़ ने अपनी सास चमेली देवी के साथ मिलकर अपनी 3 एकड़ जमीन में लहसुन की बिजाई की थी, लहसुन की शानदार पैदावार हुई. प्रति एकड़ 50 क्विंटल की बंपर पैदावार ने अनीता देवी और चमेली देवी के चेहरे पर चमक ला दी. इस शानदार उत्पादन के बाद अनीता ने तय किया है कि वह अभी अपनी फसल को स्टॉक करके रखेंगी और भाव कम से कम 50 रूपये प्रति किलो तक पहुंचने पर ही अपनी फसल को बेचेगी.

ऑर्गेनिक ढंग से उगाती हैं फसलें

वैसे तो लहसुन बाजार में 30 से 35 रूपये प्रति किलो तक थोक में बिक रहा है लेकिन अनीता जाखड़ और चमेली देवी की सास बहू की जोड़ी ने अपनी फसल को जैविक विधि से उगाया है. जैसा कि आप जानते ही होंगे ऑर्गेनिक फसलें सामान्य फसल की अपेक्षा लगभग डेढ़ से दो गुना महंगी बिकती हैं, ऐसे में उन्हें भरोसा है कि उनकी फसल की बहुत ही अच्छी कीमत प्राप्त होगी.

खेती की पूरी जिम्मेदारी संभालती है सास बहू की जोड़ी

खेती में फसल की बिजाई करने से लेकर पानी लगाने, खाद देने, कीटनाशक छिड़काव, निराई-गुड़ाई सहित सारी जिम्मेदारी सास बहू ने मिलकर संभाल रखी है. हालांकि कभी-कभी सहायता के लिए वह मजदूरों को भी बुलाते हैं.  अनीता के पति विनोद जाखड़ पंजाब के जालंधर में जमीन ठेके पर लेकर 7 एकड़ में खेती कर रहे हैं. जब कि घर की 3 एकड़ खेती को सास बहू की जोड़ी संभाल रही है.

फसल चक्र का करते हैं पूरा पालन

अनीता देवी का कहना है वह अपने खेतों में फसल चक्र का पूरा पालन करती हैं, लहसुन की पैदावार लेने के तुरंत बाद मूंग की बिजाई कर देते हैं. मूंग की पैदावार प्रति एकड़ लगभग 10 क्विंटल के आसपास हो जाती है. मुंग की पैदावार लेने के बाद धान की पौध रोपित कर देते हैं. इस तरह 1 साल में लगातार तीन फसलों से प्रति एकड़ 300000 से भी अधिक का मुनाफा कमा लेती हैं.

लगातार फसल बदलते रहने से खेतों की उर्वरा क्षमता अच्छी रहती है. यदि एक ही तरह की फसल की जाए तो उससे खेतों की उर्वरा शक्ति धीरे-धीरे कम होती जाती है. इसीलिए वह बदल बदल कर फसल लेती हैं, ताकि खेतों की उर्वरक क्षमता अच्छी बनी रहे.

दूसरे किसान भी लेते हैं प्रेरणा | मां बेटी जैसा प्यार है सास बहू में 

सास बहू की जोड़ी ने जिस तरह खेती में सफलता प्राप्त की है, उसे देखते हुए आसपास के गांव के ही नहीं बल्कि पूरे देश भर के किसान इस जोड़ी से प्रेरणा लेते हैं. लोग दूर-दूर से उनकी खेती करने के तरीके को देखने और समझने आते हैं. अनीता देवी का कहना है कि उनकी सास उन्हें मां समान प्यार करती हैं, वही सास चमेली देवी भी अपनी बहू को बेटी जैसा प्यार देती हैं.

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