Terrace gardening in hindi | गूगल को गुरु बना घर की छत से ही खड़ा कर दिया करोड़ों का बिजनेस

Terrace gardening in hindi | उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहने वाले सौरभ त्रिपाठी को बचपन से ही पेड़ पौधों से प्यार था.  उन्हें पौधे लगाना और उनकी देखरेख करना बहुत पसंद था. लेकिन हर किसी का फैशन उसका प्रोफेशन नहीं बन पाता. ऐसा ही कुछ सौरभ के साथ भी हुआ. बीटेक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने एक कंपनी में अपनी जॉब शुरू कर दी लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. परिस्थितियों के चलते उनकी यह जॉब ज्यादा दिन नहीं टिक पाई। जॉब गंवाने के बाद भी सौरभ ने हिम्मत नहीं हारी और एक बार फिर अपने पैशन को प्रोफेशन बनाने का निर्णय कर लिया।

Terrace gardening in hindi
Organic Gardening by Saurabh Tripathi

गूगल को बनाया गुरु और शुरू कर दिया व्यापार | छत पर बागवानी कैसे की जाती है?

 सौरव के पास बहुत अधिक पैसे नहीं थे लेकिन कुछ कर गुजरने का जज्बा भरपूर था. उन्होंने सोचा क्यों ना अपने बचपन के शौक को ही आमदनी का जरिया बनाया जाए. उन्होंने इंटरनेट के माध्यम से गार्डनिंग से संबंधित इंफॉर्मेशन जुटानी शुरू की. यूट्यूब पर सैकड़ों वीडियो देख डाले और इनसे जो ज्ञान मिला उसकी बदौलत अपनी छत पर ही टेरेस गार्डनिंग शुरू कर दी। धीरे-धीरे सौरभ की टेरेस गार्डन उनके दोस्तों, जानने वालों और फिर पूरे लखनऊ के बाद देश भर में प्रसिद्ध होने लगी। फिर क्या था इसके बाद सौरभ ने पीछे मुड़कर नहीं देखा उन्होंने लोगों को गार्डनिंग का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया. इसके लिए बाकायदा एक मोबाइल ऐप भी लांच कर दिया।

अपनी नर्सरी से उपलब्ध कराते हैं शानदार पौधे

 सौरभ ने अपनी खुद की एक नर्सरी भी खोली हुई है. यहां पर वह विभिन्न प्रकार के फूल फल और औषधीय पौधों की बिक्री करते हैं. इस नर्सरी में देश विदेश की विभिन्न प्रजातियों के हजारों पौधे उपलब्ध रहते हैं. अब वह लखनऊ की नर्सरी कारोबार के एक सफल उद्यमी बन चुके हैं. उनकी नर्सरी से प्रतिदिन सैकड़ों पौधों की बिक्री होती है। सौरभ अपनी नर्सरी में पौधों को खुद अपनी देखरेख में तैयार करते हैं और पौधों को किसी बच्चे की तरह प्यार करते हैं।

छत पर ही उगाते हैं घर के लिए सब्जियां | टेरेस गार्डन को सुंदर कैसे बनाएं?

 सौरभ की टेरेस गार्डन में न केवल रंग-बिरंगे फूल पत्तियों वाले पौधे हैं वरन उनके घर में प्रयोग होने वाली सब्जियां भी वह अपनी छत पर ही उगाते हैं। सौरव की छत पर बैंगन टमाटर भिंडी तोरई लौकी मिर्च जैसी सब्जियों के पौधे तो है ही इसके साथ ही वह अपनी अनोखी तकनीक की बदौलत आलू भी अपने घर की छत पर ही उगा लेते हैं. महज 500 वर्ग फीट की छत पर पेड़ पौधों का एक अलग ही संसार देखने को मिलता है।

बड़े होटलों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में लैंडस्कैपिंग द्वारा करते हैं लाखों की कमाई

 सौरभ की गार्डनिंग स्किल को देखते हुए अब उन्हें कई बड़े होटलों और व्यवसाय प्रतिष्ठान, स्कूलों, पेट्रोल पंपों आदि से गार्डन डेवलपमेंट, रूफटॉप गार्डन, लैंडस्कैपिंग आदि के ऑर्डर भी मिलने लगे हैं। वह इन प्रतिष्ठानों से प्रोजेक्ट के लिए लाखों रुपए की फीस प्राप्त करते हैं। सौरव कहते हैं कि अपने पैशन को प्रोफेशन बनाकर उन्हें जो आत्मिक संतुष्टि मिल रही है वह शायद किसी मल्टीनेशनल कंपनी की करोड़ों रुपए वाली जॉब भी नहीं दे सकती।

Terrace gardening in Hindi

 यदि आप भी रूफटॉप गार्डन में रुचि रखते हैं और इसके बारे में अधिक सीखना चाहते हैं तथा ऐसी ही और भी शक्तियों से शख्सियतों से रूबरू होना चाहते हैं तो हमारे साथ सोशल मीडिया पर जुड़ना न भूलें. क्योंकि हम आपके लिए इसी तरह की रोचक जानकारी नियमित रूप से लाते रहते हैं। इसके अलावा यदि आपके आसपास कोई ऐसी शख्सियत है जिसने कृषि गार्डनिंग अथवा ग्रामीण विकास के क्षेत्र में कोई उल्लेखनीय कार्य किया है तो उसके बारे में भी हमें अवश्य बताएं ताकि दूसरे भी उनसे प्रेरणा ले सकें। 

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